नियामक मापदंड
विद्युत संस्थाओं के प्रमुख विनियामक मापदंड
विद्युत उपयोगिताओं के प्रमुख नियामक मापदंड –
प्रमुख नियामक पैरामीटर रिपोर्ट आरईसी लिमिटेड द्वारा एक त्रैमासिक प्रकाशन है, जिसे जुलाई 2021 में विद्युत क्षेत्र सुधार कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य वितरण (डिस्कॉम), ट्रांसमिशन और उत्पादन संस्थाओं सहित भारत की बिजली उपयोगिताओं में नियामक परिदृश्य का व्यापक अवलोकन प्रदान करना है।
उद्देश्य:
महत्वपूर्ण विनियामक मापदंडों को समेकित और मॉनिटर करना, जिससे उपयोगिताओं में प्रभावी तुलना, ज्ञान साझाकरण और प्रदर्शन ट्रैकिंग को सक्षम किया जा सके।
आवृत्त क्षेत्र: नवीनतम प्रकाशन (मार्च 2025)
- सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 63 डिस्कॉम कंपनियों के आँकड़े शामिल हैं।
- टैरिफ तुलना, औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ क्रॉस सब्सिडी, ओपन एक्सेस शुल्क, राजस्व अंतराल/अधिशेष, टीओडी टैरिफ प्रयोज्यता, आरओई आदि जैसे 17 व्यापक नियामक मापदंडों को शामिल करता है।
डेटा स्रोत:
सूचना टैरिफ आदेशों, ट्रू-अप आदेशों, राज्य विनियमों और नियामक आयोग के आदेशों से संकलित की जाती है, जिससे सटीकता और प्रासंगिकता सुनिश्चित होती है।
प्रकाशित रिपोर्ट:
वित्त वर्ष | पहली तिमाही | दूसरी तिमाही | तीसरी तिमाही | चौथी तिमाही |
2024-25 | ![]() | ![]() | ![]() | ![]() |
2023-24 | ![]() | ![]() | ![]() | ![]() |
2022-23 | ![]() | ![]() | ![]() | ![]() |
2021-22 | ![]() | ![]() | ![]() | ![]() |